रूस के न्योनोस्का में रॉकेट परीक्षण के दौरान अचानक ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में पांच परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई, जबकि नौ घायल हो गए। बताया जाता है कि इस हादसे के बाद न्योनोस्का से 47 किलोमीटर दूर सेवेरोद्विंस्क शहर में रेडिएशन फैल गया है। रूसी सरकार ने अधिकारी ने बयान जारी कर बताया है कि धमाके बाद सेवेरोद्विंस्क शहर में रेडिएशन स्तर सामान्य से 20 गुना ऊपर पहुंच गया है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि 40 मिनट के बाद ही हालात को सामान्य कर लिया गया था। मेडिकल टीम ने केमिकल और न्यूक्लियर प्रोटेक्शन सूट पहनकर सभी घायलों को टेस्ट साइट से बाहर निकाल लिया है।
रूस की न्यूक्लियर कंपनी रोसातोम के मुताबिक, वैज्ञानिक रॉकेट के लिक्विड प्रोपेलेंट इंजन का परीक्षण कर रहे थी उसी दौरान रॉकेट में धमाका हुआ। जिस समय ये धमाका हुआ उस वक्त वैज्ञानिक आइसोटोप के जरिए प्रपुल्शन सिस्टम को चलाने का प्रयास कर रहे थे। धमाका इतना तेज था कि टेस्ट साइट को काफी नुकसान हुआ है। धमाके में पांच वैज्ञानिकों की मौत हो गई है, जबकि नौ घायल बताए जा रहे हैं। टेस्टिंग साइट के पास रहने वाले आर्खनगेल्सक और सेवेरोद्विंस्क शहर के लोग रेडिएशन को लेकर काफी डरे हुए हैं।
बताया जाता है कि रूस में एक हफ्ते से ये दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले साइबेरिया स्थित हथियारों के गोदाम में आग लग जाने से भी काफी नुकसान हुआ था। हथियारों के गोदाम में आग लगने से कई धमाके हुए, जिससे शहर के लोग काफी डर गए। इस हादसे में एक की मौत हो गई जबकि 8 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार रूस के न्योनोस्का में रॉकेट परीक्षण के दौरान ब्लास्ट होने से सेवेरोद्विंस्क शहर में रेडिएशन स्तर सामान्य से 20 गुना ऊपर पहुंच गया है। रेडिएशन के खतरे को देखते हुए लोग मेडिकल स्टोर पर आयोडीन और दवा लेने के लिए दौड़ रहे हैं।
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