गाज़ियाबाद में स्थित श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुओं की स्मृति में संत सनातन कुंभ का आयोजन किया गया। इस दौरान देश भर से आए संतों ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर चर्चा की व कहा कि राम मंदिर किसी नेता या सरकार नहीं, बल्कि संतों द्वारा ही बनाया जाएगा। इस मौके पर महामंडलेश्वर प्रज्ञानंद गिरी, हरिओम गिरी, नवल किशोर दास रामायणी, कृष्ण विद्यार्थी, किन्नर अखाड़े की मंडलेश्वर भवानी नाथ, शिवानंद सरस्वती, राघवानंद महाराज, थानापति महंत मुन्ना गिरी, जनरल वीके सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और पुंज राज सिंह आदि मौजूद रहें।
इस दौरान संतों ने धर्म पर चर्चा करते हुए कहा कि धर्म ने कभी किसी को नहीं बांटा, बल्कि धर्म ने सबको एक रहने का संकल्प दिलाया है। संतों का काम जातियों की खाई को बढ़ाना नहीं बल्कि उसे पाटना है। संतों के आश्रम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हैं। हमें कहीं भी आने-जाने में भय नहीं लगता क्योंकि हम धर्म प्रचारक हैं। किसी का सपना मंत्री बनना, मुख्यमंत्री बनना है लेकिन हमारा उद्देश्य अलग है।
मंहत नारायण गिरी ने कहा कि कुंभ के आयोजन का उद्देश्य धर्म का प्रचार करना व उस पर चर्चा करना है, ताकि समाज को दिशाहीन न होने दिया जाए। इस दौरान राम मंदिर को लेकर भी चर्चा की गई और संतों ने आह्वान भी किया कि वह राम मंदिर बनाने के लिए एकजुट हों। जल्द ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा।
सांसद वीके सिंह ने कहा कि संसद के अन्दर कोई जाति, धर्म या सम्प्रदाय नहीं है। जूना अखाड़ा सबसे बड़ा अखाड़ा है, जिसके अन्दर किन्नर, नाथ आदि सभी शामिल होते हैं। सनातन धर्म का काम सबको जोड़ने का है ना कि बांटने का। अंग्रेजों की नीति रही कि बांटो और राज करो जिसका वीभत्स रूप आजादी के बाद और बढ़ा। वोट बैंक की राजनीति के कारण बांटने का काम अभी भी जारी है। वहीं, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि संतों का काम है समाज के लोगों को दिशा दिखाना, अगर कोई भटक रहा है तो उसे सही रास्ता दिखाना है। ताकि समाज का बिखराव न हो। कुंभ के समापन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
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