जंक फूड के प्रति बढ़ती लोगों की रुचि और बदलती लाइफ स्टाइल के कारण भारत में कैंसर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं और अपना गाज़ियाबाद भी इससे अछूता नहीं है। एक अनुमान के मुताबिक देश में हर साल लगभग 10 लाख लोग इस गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं। इनमें से 6 लाख लोग कैंसर के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। यदि गाजियाबाद की बात करें तो यहाँ जीभ, गला और मुंह के कैंसर के मरीजों में ख़ासी बढ़ोतरी हुई है।
दुहाई, मेरठ रोड स्थित श्री जगन्नाथ धर्मार्थ कैंसर अस्पताल में कैंसर के जटिल ऑपरेशन करने वाले आंकोलाजिस्ट डॉ. ऋषि गुप्ता ने बताया कि शराब, सिगरेट, पान मसाला, तंबाकू का सेवन, देर रात जागना, नींद पूरी न होना, चाय और कॉफी का ज्यादा सेवन करना लोगों की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है। इनमें तंबाकू और शराब कैंसर का प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा प्लास्टिक के बर्तनों का प्रयोग, अनुवांशिक कारण भी इस बीमारी का कारण है। कैंसर को लेकर लापरवाही बरतना सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हो रहा है। अक्सर मुंह, गले, पेट, प्रॉटेस्ट में किसी तरह की परेशानी होने पर लोग नजरअंदाज करते हैं, जो बाद में गंभीर रूप ले लेती है। शरीर पर कोई गांठ हो, मुंह में छाला, दांत का हिलना, जीभ पर किसी तरह का कट हो इन सबकी तुरंत जांच करवानी चाहिए। जिससे पहली स्टेज में ही कैंसर का पता चल सके।
गाजियाबाद जिले में हर महीने कैंसर के 200 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। डॉ. ऋषि गुप्ता ने बताया कि उनके पास प्रतिदिन लगभग 50 नए मरीज आते हैं। जिनमें से 10 प्रतिशत मरीज मुंह, जीभ और गले के कैंसर के होते हैं। इसके अलावा शहर के विभिन्न अस्पतालों में भी रोजाना 5 से 10 मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं, जिनमें कैंसर की पुष्टि हो रही है। अस्पताल में गाजियाबाद के अलावा मेरठ, नोएडा, हापुड़, अमरोहा, बुलंदशहर से भी कैंसर के मरीज आते हैं। इनमें पेट और मुंह के कैंसर के मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है।
सरकारी स्तर पर नहीं कोई सुविधा
सरकारी स्तर पर गाजियाबाद में अभी तक कैंसर के इलाज की सुविधा नहीं है। कैंसर का संदेह होने पर मरीजों को दिल्ली, मेरठ या लखनऊ रेफर किया जाता है।
श्री जगन्नाथ कैंसर अस्पताल है गरीब रोगियों एकमात्र सहारा
दुहाई, मेरठ रोड स्थित श्री जगन्नाथ कैंसर अस्पताल पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एकमात्र चेरिटेबल अस्पताल है जहाँ कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध हैं। अस्पताल के महासचिव अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि कैंसर के मरीजों के लिए अस्पताल में किमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, मेमोग्राफी, पैथोलॉजी लैब जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में योग्य चिकित्सकों व सहायकों की टीम है। उन्होंने बताया कि कैंसर चेरिटेबल सोसाइटी द्वारा संचालित यह इस अस्पताल का संचल केवल दान से मिले धन और सामग्री से होता है।
सोसायटी की कार्यकारिणी समिति सदस्य डॉ. सुभाष अग्रवाल ने बताया कि समिति कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए अत्याधुनिक लीनियर एक्सेलेरेटर मशीन लगाने के लिए प्रयासरत है। मशीन की कीमत लगभग 13 करोड़ रुपए है और हमें यकीन है कि गाज़ियाबाद और आसपास के समाजसेवियों के बल पर हम जल्द ही अपने प्रयास में सफल होंगे।
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