एक प्रमुख नमक ब्रांड्स के इस्तेमाल को लेकर स्वास्थ्य के प्रति हुई सुरक्षा की चिंता के बीच भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस आरोप को खारिज किया है कि प्रमुख ब्रांड्स के नमक में पोटैशियम फेरोसाइनाइड का स्तर बहुत ज्यादा है। FSSAI ने एक ट्वीट में कहा कि नमक की प्रोसेसिंग में फेरोसाइनाइड का इस्तेमाल एंटी केकिंग एजेंट्स के रूप में किया जाता है और यह खाने के नजरिए से सुरक्षित है।
मीडिया में प्रस्तुत की गई टेस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी मौजूदगी FSSAI द्वारा तय की गई 10 मिलीग्राम प्रति किलो की सीमा के दायरे में है। यह अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक कोडेक्स की सीमा से भी कम है। कोडेक्स के द्वारा तय की गई सीमा 14 मिलीग्राम प्रति किलो है।
एंटी केकिंग एजेंट का मतलब यह है यह पदार्थ नमक को ढेला बनने से रोकता है। उधर IMA ने अपने ट्वीट में कहा कि वह FSSAI के बयान का समर्थन करता है। पिछले सप्ताह गोधम ग्रेंस एंड फार्म पोडक्ट्स के चेयरमैन शिव शंकर गुप्ता के बयान के बाद प्रतिष्ठित नमक ब्रांड्स में पोटैशियम फेरोसाइनाइड की सीमा से अधिक मिलावट का मामला चर्चा में आ गया था। उन्होंने कहा था कि प्रमुख नमक ब्रांड्स में पोटैशियम फेरोसाइनाइड का स्तर बहुत ज्यादा है।
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