‘मैं फ्लाइट लेफ्टिनेंट हूं, एयरफोर्स में जॉब लगवा दूंगा’, एक कॉल से 12 लाख की ठगी

दिल्ली। राजधानी के आउटर नॉर्थ जिला साइबर पुलिस ने 100 से ज्यादा बेरोजगारों को एयरफोर्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगने वाले को पकड़ा है। पुलिस का दावा है कि इसने युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी की है।

डीसीपी (आउटर नॉर्थ) रवि कुमार सिंह ने बताया कि लिबासपुर की एक लड़की ने शिकायत दी थी कि एयरफोर्स में जॉब दिलाने के नाम पर कमल शर्मा नाम के शख्स ने 12 लाख रुपये ऐंठ लिए है। वॉट्सऐप और मेल पर मेडिकल एग्जामिनेशन लेटर और अपॉइंटमेंट लेटर भी भेजे थे। जनवरी में मुकदमा दर्ज कर एसएचओ रमन कुमार सिंह और इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार की टीम ने जांच शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपी को बेंगलुरू के एक होटल से दबोच लिया गया, जहां यह फर्जी फ्लाइंग लेफ्टिनेंट की पहचान से रुका हुआ था। जांच में इसके खिलाफ शामली में दो और बिंदापुर में एक केस दर्ज मिला। आरोपी वेस्ट दिल्ली के विकास विहार का रहने वाला है। इसने उत्तम नगर के एक प्राइवेट स्कूल से 12वीं करने के बाद जनकपुर के सूरजमल इंस्टिट्यूट से इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा किया है। इंग्लिश बोलने में माहिर होने की वजह से यह खुद को 2016 से फ्लाइट लेफ्टिनेंट के तौर पर लोगों के सामने पेश करता था।

यूनिफॉर्म, फर्जी आई-कार्ड हुए बरामद
दिल्ली लाने के बाद इसके ठिकानों पर रेड की गई। जहां से एयरफोर्स की यूनिफॉर्म, फर्जी आई-कार्ड, चार स्मार्ट फोन, 5 कारतूस समेत एयर पिस्टल, एयरफोर्स ऑफिस की 5 मोहरें, लेटरहेड, कॉल लेटर्स, फैमिली डिपेंडेंट कार्ड, लैपटॉप, फिंगरप्रिंट स्कैनर, डोंगल, पेन ड्राइव, सिम कार्ड, स्टेथोस्कोप और अन्य दस्तावेज मिले। आरोपी को 7 दिन की रिमांड पर लेकर आर्मी इंटेलिजेंस और पुलिस की जॉइंट टीम ने पूछताछ की। आरोपी ने एक एनजीओ बना रखा है, जिसके जरिए देश भर में कैंप लगाता था। इसके जरिए युवाओं को नौकरी के जाल में फांसता था और रुपये ऐंठता था।

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