भारत ने बनाया दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट, पाकिस्तान से 14 गुना ज्यादा

नई दिल्ली। भारत ने बुधवार को वित्तवर्ष 2023-24 के लिए जो बजट पेश किया है, उसमें डिफेंस सेक्टर के लिए 72.6 अरब डॉलर का प्रस्ताव रखा गया है और इसके साथ ही डिफेंस सेक्टर में भारत विश्व का तीसरा सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश बन गया है। भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान के रक्षा बजट से 13 गुना ज्यादा है। वहीं चीन का रक्षा बजट भारत से तीन गुना ज्यादा है।

साल 2023-24 के लिए भारत ने रक्षा क्षेत्र के लिए 5.93 लाख करोड़ रुपये का ऐलान किया है। यह पिछले साल के मुकाबले 12.95 फीसदी ज्‍यादा है। वहीं भारत ने हथियारों की खरीद के लिए कुल धनराशि को 10 हजार करोड़ रुपये बढ़ाकर 1.62 लाख करोड़ कर दिया है। सरकार ने बताया, वित्त वर्ष 2021-22 से दो साल में इस खंड के तहत आवंटन दोगुना हो गया है। इससे सीमावर्ती इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलेगा। सेला सुरंग, नेचिपु सुरंग और सेला-छबरेला सुरंग जैसी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण संपत्तियां बनेंगी और सीमा संपर्क भी बढ़ेगा।

इसके साथ ही आधुनिकीकरण कोष में पिछले साल के मुकाबले 6.5 फीसदी ज्यादा का बजट दिया गया है। वहीं, भारत सरकार ने सेना के लिए लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और टैंक सहित प्रमुख हथियार प्रणालियों की खरीददारी पर भी विशेष ध्यान दिया है।

किस देश का कितना रक्षा बजट?
भारत सरकार ने इस साल का जो रक्षा बजट बनाया है, वो दुनिया का तीसरा सबसे विशालकाय रक्षा बजट है और अब डिफेंस सेक्टर पर खर्च करने के मामले में भारत से आगे सिर्फ चीन और अमेरिका हैं। अमेरिका का डिफेंस बजट 801 अरब डॉलर का हो, जो अपनी जीडीपी का 3.5 प्रतिशत हिस्सा सेना पर खर्च करता है, वहीं चीन का डिफेंस बजट 293 अरब डॉलर का है, जो अपनी जीडीपी का 1.7 प्रतिशत हिस्सा सेना पर खर्च करता है। वहीं, भारत का बजट 76.6 अरब डॉलर का है, जो अपनी जीडीपी का 2.7 प्रतिशत हिस्सा डिफेंस सेक्टर पर खर्च करता है।

वहीं, यूनाइटेड किंगडम 68.4 अरब डॉलर, जीडीपी का 2.2 प्रतिशत हिस्सा डिफेंस सेक्टर पर खर्च करता है। दुनिया के अन्य प्रमुख देशों की बात करें, तो रूस का रक्षा बजट 65.9 अरब डॉलर, फ्रांस का 56.6 अरब डॉलर, जर्मनी का 56 अरब डॉलर, सऊदी अरब का 55.6 अरब डॉलर, जापान का 54.1 अरब डॉलर और दक्षिण कोरिया का रक्षा बजट 50.2 अरब डॉलर का है।

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