गाजियाबाद में नकली बिजली मीटर बनाने की फैक्ट्री पकड़ी, बिना ISI मार्का वाले 850 मीटर मिले

गाजियाबाद। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बिना ISI मार्का बिजली मीटर बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। फैक्ट्री से 600 मीटर बनती हुई हालत में पकड़े थे। जबकि 250 मीटर बने हुए थे। फैक्ट्री को सील कर मीटरों की प्रयोगशाला में जांच की गई। जांच में पता चला कि मीटरों पर आइएसआइ मार्क नहीं था।

BIS के सहायक निदेशक विशाल कुमार के मुताबिक फैक्ट्री राजेंद्रनगर में चल रही थी। बीते बुधवार को इस पर छापामार कार्रवाई हुई। इसके बाद नमूना जांच के लिए लैब में भेजा गया। इसकी रिपोर्ट अब प्राप्त हो गई है। रिपोर्ट से पता चलता है कि बिजली मीटर ISI मानकों पर खरा नहीं उतरते। असली-नकली का अंतर पता न चले इसलिए मीटरों पर ‘इंडोटेक’ कंपनी का नाम लिखा हुआ था। इन पर जो लाइसेंस नंबर लिखा था, वो फर्जी पाया गया है। ISI मार्का के प्रत्येक मीटर पर क्रमांक नंबर होता है, जो इन मीटरों पर लिखा नहीं पाया गया। उत्पादक का नाम भी गलत लिखा हुआ था।

छह माह में इन मीटरों को उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तराखंड सहित विभिन्न प्रदेशों में ठेकेदारों को बेचा गया है। इन ठेकेदारों को विद्युत निगम से टेंडर मिला हुआ था। आरोपित कम कीमत में मीटर बेच देते थे। इससे ठेकेदार को ज्यादा फायदा होता था। खराब गुणवत्ता के कारण मीटरों में लागत कम आती थी।

आरोपित ने शातिर अंदाज में इंडोटेक कंपनी का लाइसेंस नंबर और उसका नाम लिख रखा था लेकिन उसे पता नहीं था कि कंपनी में मीटरों पर क्रमांक नंबर भी लिखा जाता है। कंपनी का क्रमांक नंबर मिलान नहीं खा रहा था। उत्पादक का नाम भी गलत लिखा हुआ था। बीआइएस के सहायक निदेशक विशाल कुमार ने बताया कि फैक्ट्री संचालक के खिलाफ सभी सबूत एकत्रित कर लिए गए हैं। मीटरों का जांच नमूना सुरक्षित रख लिया है। अब वह कोर्ट में केस दायर करेंगे। वह इस तरह की अन्य फैक्ट्रियों को भी खंगाल रहे हैं।

बीआइएस सहायक निदेशक विशाल कुमार ने बताया कि हमें यह जानकारी प्राप्त नहीं हुई कि फैक्ट्री संचालक अभी तक कितने विद्युत मीटर खपा चुका है। जब्त मीटरों की जांच की गई है। फैक्ट्री संचालक मीटरों को विद्युत निगम के कांट्रेक्टरों को बेच रहा था।

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