‘ऑपरेशन करते वक्त नहीं रखते कोई सबूत’, सर्जिकल स्ट्राइक के सवाल पर बोले पूर्वी कमान के चीफ

कोलकाता। पाकिस्‍तान में हुई सर्जिकल स्‍ट्राइक के सबूत मांगने के सवाल पर पूर्वी कमान के प्रमुख जनरल आरपी कलिता ने कहा कि यह एक राजनीतिक सवाल है, इसलिए मैं इस टिप्‍पणी नहीं करना चाहता,लेकिन हम जब भी कोई ऑपरेशन करने जा रहे होते हैं तो हम उसका कोई सबूत नहीं रखते। कलिता ने कहा कि मुझे लगता है कि देश भारतीय सशस्‍त्र बलों पर भरोसा करता है।

कोलकाता में प्रेस क्‍लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि बीते साल रूस-यूक्रेन युद्ध से सुरक्षा और आर्थिक गिरावट के रूप में भू-राजनीतिक गतिशीलता में गहरा बदलाव देखने को मिला है। धीरे-धीरे भारत-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति केंद्र का स्थानांतरण हुआ, जिसने हमारे पड़ोस में अचानक महत्वपूर्ण विकास देखा है। उन्होंने कहा, भारत और चीन के बीच कोई कांटेदार तार नहीं है। इसलिए समस्या बनी हुई है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में सीमा की स्थिति अब ठीक है, लेकिन, अप्रत्याशित घटनाएं घटती रही हैं। इसलिए हमें सावधान रहना होगा। हाल ही में जो हुआ उससे हम सतर्क हैं।

उन्होंने कहा, हमने भारत-चीन सीमा से सटे अरुणाचल-सिक्किम सेक्टर के गांवों को आधुनिक बनाने का फैसला किया है। सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के गांवों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है क्योंकि हम सुरक्षा के मुद्दों के बारे में सोच रहे हैं, ताकि पलायन रोका जा सके।

उन्होंने कहा, सिलीगुड़ी कॉरिडोर हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारी सारी सैन्य सेवाएं इसी सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर निर्भर हैं। इस सिलीगुड़ी के चिकन कॉरिडोर पर चीन की हमेशा नजर रहती है। इसलिए सिलीगुड़ी पर पैनी नजर रख रहे हैं। साल 2017 के डोकलाम के बाद चीन ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना शुरू किया। हम विशेष रूप से सड़कों और सहायक सेवाओं में सुधार कर रहे हैं, लेकिन कुछ मामलों में अभी भी समस्याएं हैं, उनका समाधान किया जा रहा है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हाल में जम्मू में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सीमा पार सैन्य अभियान पर संदेह व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था, “वे (केंद्र) सर्जिकल स्ट्राइक और कई लोगों को मारने की बात करते हैं, लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है। वे झूठ का पुलिंदा दिखाकर शासन कर रहे हैं।” हालांकि, कांग्रेस ने इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया और कहा कि यह उसके रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती तथा पार्टी देश के हित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन करती है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिंह की टिप्पणियों को “हास्यास्पद” करार दिया था और कहा था कि सशस्त्र बल अपना काम “असाधारण तरीके से” कर रहे हैं तथा उन्हें कोई सबूत देने की आवश्यकता नहीं है। सितंबर 2016 में, भारत ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य ठिकाने पर आतंकवादी हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार सर्जिकल स्ट्राइक किया था।

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