लखनऊ में पांच मंजिला अपार्टमेंट ढहा, अब तक 14 लोग मलबे से निकाले गए

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार शाम बड़ा हादसा हो गया। वजीर हसन रोड पर पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। मलबे में कई लोग दब गए। सूचना पर पुलिस फोर्स के साथ SDRF, NDRF और 12 जेसीबी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंच गईं। बाद में बचाव कार्य के लिए आर्मी को भी बुला लिया गया। फिलहाल 14 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है।

हादसा शहर के हसनगंज रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट में हुआ। बिल्डिंग के अंदर बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भूकंप की वजह से बिल्डिंग में दरार आ गई थी। हालांकि हादसा हुआ किस वजह से अभी यह साफ नहीं है। हादसे के बाद डिप्‍टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची हैं। कुछ लोगों को निकाला गया है।

घटना के 14 घंटे बाद भी राहत एव बचाव कार्य जारी रहा। मलबे को हटाकर उसमें दबे लोगों को न‍िकालने का प्रयास क‍िया जा रहा है। ड्र‍िल मशीन से एनडीआरएफ की टीम मलबे के टुकड़ों को तोड़ने में जुटी हुई है। ज‍िससे जल्‍द से जल्‍द मलबे में दबे हुए लोगों को सुरक्ष‍ित न‍िकाला जा सके। अंदर दबे हुए लोग फोन से संपर्क में हैं। वहीं उन्‍हें आक्‍सीजन भी दी जा रही है।

सपा के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता के पिता को रेस्‍क्‍यू किया गया
जब बिल्डिंग गिरी तो सपा नेता अब्बास हैदर के पिता व कांग्रेस नेता अमीर हैदर और उनकी पत्नी भी बिल्डिंग में मौजूद थे। अब्बास हैदर के वालिद अमीर हैदर को सुरक्षित निकाला गया, हॉस्पिटल ले जाये गए। अब्बास हैदर का बेटा भी निकाला गया अमीर हैदर की पत्‍नी को निकालने की कोशिश जारी है।

डीजीपी यूपी डीएस चौहान से जब बिल्डिंग गिरने की वजह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट की जांच के बाद ही सही वजह का पता चल पाएगा। अभी इन विषयों पर चर्चा का समय नहीं है। अभी रेस्क्यू अभियान पर हमारा फोकस है। पुलिस ने बताया कि रेस्क्यू किए गए सभी लोग सुरक्षित हैं।

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