‘गांधी नहीं बोस से डरते थे अंग्रेज…’ अनुराग ठाकुर ने कही बड़ी बात

कोलकाता। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में सुभाष चंद्र बोस की जयंती से पहले उनकी वीरता को याद किया। युवत्सव 2023 में युवाओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों ने कहा था कि वे महात्मा गांधी से नहीं डरते, बल्कि अंग्रेज नेताजी सुभाष चंद्र बोस से डरते थे। बंगाल की धरती पर कई स्वतंत्रता सेनानी थे इसलिए अंग्रेजों को दिल्ली जाना पड़ा।

कोलकाता में रविवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि नेताजी ने इंडियन सिविल सर्विस इसलिए छोड़ी ताकि वह स्वतंत्रता के आंदोलन में शामिल हो सके और अंग्रेजों के खिलाफ खड़े हो सके। अनुराग ठाकुर ने कहा कि आईसीएस सेवा आज के आईएएस सेवा के बराबर होती है। लेकिन उन्होंने इसे छोड़कर आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि नेताजी ने आईसीएस को छोड़ा और खुद को देश की आजादी की लड़ाई में झोंक दिया। अंग्रेजों के खिलाफ नेताजी अकेले खड़े हो गए। ब्रिटिश यह कहते थे कि वह महात्मा गांधी से नहीं डरते हैं बल्कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस से डरते हैं। बंगाल की मिट्टी से कई स्वतंत्रता सेनानी हुए, यही वजह है कि अंग्रेजों को बंगाल छोड़कर दिल्ली जाना पड़ा। अनुराग ठाकुर ने युवाओं से अपील की कि वह अपनी जिम्मेदारी को सममझें और जो लोग लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं उनके खिलाफ खड़ें हों।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस धरती पर कई स्वतंत्रता सेनानी पैदा हुए। अगर आप अंग्रेजों से इस धरती को आजाद करा सकते हैं तो आप इस धरती को उन लोगों से भी आजाद करा सकते हैं जो लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। आपको बंगाल के नाम को बचाना है। गौर करने वाली बात है कि सुभाष चंद्र बोस की आज 126वीं जयंती है। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सुभाष चंद्र बोस ने काफी अहम योगदान दिया था।

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