महिला से छेड़छाड़ की वजह से हुई थी ट्रेन में आसिम की पिटाई, ‘जय श्री राम’ के नाम पर फैलाया झूठ, गिरफ्तार

मुरादाबाद। यूपी के मुरादाबाद में पद्मावत एक्सप्रेस में आठ- दस लोगों पर दाढ़ी खींचने, बेल्टों से पीटने, धार्मिक नारे लगवाने और लूटपाट का आरोप लगाने का आरोप झूठा निकला है। पीतल कारोबारी आसिम हुसैन के खिलाफ मंगलवार को युवती ने छेड़खानी का केस दर्ज करा दिया। जीआरपी ने केस दर्ज होते ही कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि पीड़ित युवती का भी मेडिकल कराया गया है।

बीती 12 जनवरी को पद्मावत एक्सप्रेस में पीतल कारोबारी आसिम हुसैन के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो के आधार पर जीआरपी ने मारपीट करने वाले दो युवकों का शांति भंग में चालान किया था। घटना के शिकार आसिम हुसैन मुरादाबाद में कटघर थाना क्षेत्र में नूर मस्जिद के पास मोहल्ला पीरजादा के रहने वाले हैं। आसिम का स्क्रैप का काम है। आसिम के मुताबिक, गुरुवार रात को वे दिल्ली से पद्मावत एक्सप्रेस में मुरादाबाद के लिए सवार हुए थे। हापुड़ तक तो सब ठीक रहा, लेकिन जैसे ही ट्रेन हापुड़ पहुंची तो वहां से चढ़े लड़कों ने ही पूरा सीन क्रिएट किया।

आसिम ने जीआरपी को दी शिकायत में कहा कि मैं 12 जनवरी की रात को पद्मावत एक्सप्रेस से दिल्ली से मुरादाबाद के लिए जनरल बोगी में रवाना हुआ। रास्ते में हापुड़ रेलवे स्टेशन पर गाड़ी रुक गई। तभी 8-10 लोग पद्मावत एक्सप्रेस की उसी जनरल बोगी में चढ़े जिसमें मैं दिल्ली से सफर कर रहा था। ट्रेन चलते ही उन लोगों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। मेरे पास आकर मेरी दाढ़ी पकड़कर खींची। कहने लगे ये ..चोर होते हैं। तू भी चोर है। ये कहते हुए वो मुझे बुरी तरह लात घूसों से मारने लगे और जयश्री राम के नारे लगवाए।

जब मैंने नारे नहीं लगाए तो मेरे सारे कपड़े उतार लिए और मेरे पास रखे 2200 रुपए भी ले लिए। उसके बाद चमड़े की बेल्ट से मारने लगे। मैंने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की, डिब्बे में सवाल लोगों से भी मदद मांगी लेकिन कोई भी मदद नहीं आगे नहीं आया। उन लोगों ने मुझे मारते मारते अधमरा कर दिया। ये लोग मुझे जान से मारने के लिए अपने साथ ले जाना चाहते थे लेकिन एक सहयात्री को मुझ पर रहम आ गया। उसने मुझे स्टेशन के आउटर में अधमरी हालत में मुझे धक्का देकर ट्रेन से फेंक दिया।

जीआरपी ने मामले में रिपोर्ट दर्ज की और जांच पड़ताल शुरू की। जांच में पाया गया कि दाढ़ी खींचने और नारे लगवाने का आरोप गलत है। इसके बाद मुकदमे से लूट और धार्मिक भावनाएं आहत करने की धाराएं हटाई गईं। प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों के बयानों के मुताबिक यह भी सामने आया कि आसिम ने एक युवती से छेड़खानी की थी, जिसके बाद गुस्साए यात्रियों ने उनकी पिटाई की थी। स्थिति को स्पष्ट करने के लिए जीआरपी ने युवती की तलाश शुरू की।

युवती की ओर से तहरीर मिलने पर और यह स्पष्ट होने पर की आसिम ने उसके साथ छेड़खानी की, महिला का कहना है कि एक मौलाना जिसकी 45 साल की उम्र थी, दाढ़ी भी थी, उसने मुझसे बोला मेरे पास बैठ जाओ तो मैं जाकर उनके पास बैठ गई, कुछ देर बाद वह मेरे साथ छेड़छाड़ करने लगे तो मैं रोने लगी, मैं बताने से डर गई थी। जब यात्रियों ने देखा तो मारपीट शुरू हो गई थी, उससे नारे नहीं लगवाए गए।

युवती को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और 164 के बयान दर्ज हुए। इसके बाद आसिम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सीओ जीआरपी देवीदयाल ने बताया कि जिन लोगों ने आसिम के साथ मारपीट की थी उनकी भी तलाश जारी है जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।

Exit mobile version