चहारदीवारी निर्माण के लिए इंस्पेक्टर का घूस लेते वीडियो वायरल, एसपी ने किया निलंबित

चंदौली। उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस की छवि को धूमिल करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल द्वारा आरोपी इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर को निलंबित करने के साथ ही जांच बैठा दी गई है।

मुगलसराय कोतवाली के औद्योगिक नगर पुलिस चौकी अंतर्गत कबीरपुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा जमीन पर चारदीवारी का निर्माण कराया जाना था। उक्त भूमि को दूसरे पक्ष द्वारा अपने भूमि बताया जा रहा था और चारदीवारी निर्माण को रोका जा रहा था। इसी मामले में चारदीवारी निर्माण कराने वाले व्यक्ति द्वारा मुगलसराय कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव को रुपए देने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि चारदीवारी निर्माण कराने के लिए प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय द्वारा 20 हजार रुपए लिए गए। रुपए लेने के साथ ही यह भी कहा गया कि विपक्षियों द्वारा यदि काम रोका जाएगा तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

बताया जा रहा है कि प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय कोतवाली को रिश्वत देने के बाद एक पक्ष के द्वारा चारदीवारी का निर्माण करा लिया गया। चारदीवारी का निर्माण कराए जाने के बाद बीते 23 दिसंबर को विपक्षी लोगों द्वारा चारदीवारी को गिरा दिया गया। यह दौरान रुकने पहुंचे व्यक्ति को भी विपक्षियों ने मारा पीटा।

आरोप है कि इसके बाद पुलिस मुगलसराय कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने पहुंचा तो दोबारा फिर उससे रुपए मांगे गए। रुपए ना देने पर कार्यवाही न करने की बात कही गई और मारपीट करने वालों पर मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया। परेशान पीड़ित इस मामले में पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल से शिकायत किया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक चंदौली द्वारा 31 दिसंबर को प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय कोतवाली संतोष श्रीवास्तव को लाइन हाजिर कर दिया गया।

वीडियो वायरल होने के बाद किया गया निलंबित
इस मामले में मुगलसराय कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी संतोष श्रीवास्तव द्वारा रिश्वत दिए जाने का वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल द्वारा निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक चंदौली द्वारा यह भी बताया गया कि इस मामले में निरीक्षक को निलंबित करने के साथ ही मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक सुखराम भारती को सौंपी गई है। जांच के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति के लिए उच्चाधिकारियों को भी लिखा जाएगा।

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