‘2020 का चुनाव सबसे बड़ा धोखा था’, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के संविधान को खत्म करने की बात पर व्हाइट हाउस ने की निंदा

वाशिंगटन। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 चुनाव का मामला उठाया है। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में 2020 के चुनाव को “बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी” करार देते हुए अमेरिकी संविधान को समाप्त करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि बड़ी टेक कंपनियां डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर उनके खिलाफ हो गई हैं। ट्रंप की इस टिप्पणी पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता एंड्रयू बेट्स ने कहा कि उनका ये बयान हमारे देशष की आत्मा के लिए अभिशाप है।

रंप ने अपने सोशल नेटवर्क एप ट्रुथ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 2020 के चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हुई थी जो कि संविधान में पाए गए सभी नियमों, विनियमों और लेखों को समाप्त करने की अनुमति देती है। ट्रंप ने बड़ी टेक कंपनियों पर डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। हमारे महान ‘संस्थापक’ झूठे और कपटपूर्ण चुनावों को नहीं चाहते थे और न ही माफ करेंगे।

व्हाइट हाउस ने ट्रंप के बयान की निंदा की
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के बयान की निंदा करते हुए कहा कि संविधान और इसके सभी सिद्धांतों पर हमला करना हमारे राष्ट्र की आत्मा के लिए अभिशाप है और इसकी सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता एंड्रयू बेट्स ने कहा कि जब आप जीतते हैं तो आप केवल अमेरिका से प्यार नहीं कर सकते। उन्होंने संविधान को पवित्र दस्तावेज बताया।

ट्रंप की विरोधी माने जाने वाली लिज चेनी ने भी डोनाल्ड ट्रंप पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंंने कहा कि ट्रम्प मानना है कि हमें 2020 के चुनाव परिणाम को पलटने के लिए संविधान के सभी नियमों, विनियमों और लेखों तक को भी समाप्त कर देना चाहिए। पहले भी उनका यही विचार था और आज भी उनका विचार बना हुआ है। कोई भी ईमानदार व्यक्ति अब इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि ट्रंप संविधान के दुश्मन हैं।

एलन मस्क के एक बयान के बाद आया ट्रंप का बयान
ट्रंप का ये बयान तब आया जब ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क ने ट्विटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेट हंटर बाइडेन को लेकर बड़ा खुलासा किया था। मस्क ने दावा किया था कि जो बाइडेन के बेटे को लेकर वर्ष 2020 में न्यूयॉर्क पोस्ट ने जो स्टोरी की थी, उसे ट्विटर ने सेंसर कर दिया था। मस्क ने तर्क दिया था कि जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन की रिपोर्टों और गार्फिक तस्वीरों को सेंसर कर ट्विटर ने डेमोक्रेट्स को जीतने में मदद दिलाई थी। बता दें कि रिपोर्ट में हंटर बाइडेन को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था लेकिन ट्विटर ने इस पोस्ट पर बैन लगा दिया था, जिसके कारण इस रिपोर्ट की पहुंच काफी सीमित हो गई थी।

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