आतंक के समर्थन में चीन, अब्दुल रऊफ पर प्रतिबंध लगाने वाले प्रस्ताव को नहीं दे रहा मंजूरी

वाशिंगटन। आतंकवाद के मुद्दे पर चीन एक बार फिर पाकिस्तान के साथ खड़ा होता दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान को बचाने के लिए चीन आतंकवाद से भी समझौता करने के लिए तैयार रहता है।

चीन, अमेरिका और भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के एक शीर्ष कमांडर अब्दुल रऊफ अजहर पर प्रतिबंध लगाने वाले प्रस्ताव को मंजूरी देने में देरी कर रहा है। जबकि, अमेरिकी ट्रेजरी ने साल 2010 में ही रऊफ को आतंकवादियों की सूची में डाल दिया था। इसके बाद वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए UNSC में प्रस्ताव भी पारित किया गया लेकिन चीन इससे पीछे हटता नजर आ रहा है।

जानें कौन है आतंकी अब्दुलरउफ अजहर
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख संचालक मुफ्ती अब्दुल रउफ अजहर उस वक्त महज 24 साल का था जब उसने इंडियन एयरलाइंस के आईसी-814 विमान को 1999 में हाईजैक करने की साजिश रची थी। जिसमें करीब 173 लोग सवार थे। इस हाईजैक के कारण भारत को अब्दुल रउफ के बड़े भाई और जैश के सरगना मसूद अजहर को रिहा करना पड़ा था।

भारत के टॉप मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में अजहर
असगर भारत के टॉप पांच मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है। भारत में जैश द्वारा किए जा रहे हमलों की योजना असगर ही बनाता है। जिसमें 2001 का जम्मू कश्मीर विधानसभा पर हुआ आतंकी हमला, संसद पर हुआ हमला, पठानकोट आतंकी हमला, नगरोटा और कठुआ कैंप पर हमला और हाल ही में हुआ पुलवामा आतंकी हमला भी शामिल है। भारतीय खुफिया एजेंसी के मुताबिक अब्दुल रऊफ असगर, अजहर मसूद की गैर मौजूदगी में जैश से संबंधित सभी फैसले लेता है।

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