गुजरात में जहरीली शराब पीने से 19 की मौत, 40 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती

बोतड़। गुजरात के बोतड़ जिले में नकली शराब पीने से कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 40 से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच के दौरान अब तक 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन पर नकली शराब बनाने और बेचने का आरोप है।

गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने कहा, “हिरासत में रखे गए सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है।” इससे पहले एक मृतक की पत्नी ने कहा था कि उसके पति की तबियत रविवार रात को नकली शराब पीने के बाद ही बिगड़नी शुरू हुई। नकली शराब पीने की वजह से अस्पताल में भर्ती हिम्मतभाई नाम के एक शख्स ने कहा कि कई लोग बीमार हुए हैं।

इन गांवों में जहरीली शराब का कहर
बोतड़ जिले के रोजिंद, अणीयाणी, आकरू, चंदरवा, उंचडी गांवों के लोगों के जहरीली शराब पीकर बीमार होने की खबर है। सभी गांवों में कोहराम मचा हुआ है। उधर, भावनगर रेंज के आईजी अशोक कुमार यादव ने शाम को ही बोतड़ के सिविल अस्पताल का दौरा किया। उन्होने कहा कि मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है, जो कि डीएसपी रैंक की अफसर की निगरानी में काम करेगी।

राज्य में पूरी तरह है शराब बंदी
गौरतलब है कि गुजरात में शराब पर पूरी तरह बैन लागू है। यहां बॉम्बे प्रोहिबिशन एक्ट, 1949 के तहत पुलिस शराब खरीदने, पीने और इसे रखने वालों पर कार्रवाई कर सकती है। दोषी पाए गए लोगों को तीन महीने से लेकर पांच साल तक की जेल की सजा का भी प्रावधान है।

केजरीवाल का तंज- जहरीली शराब की बिक्री से मिले पैसे जाते कहां हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुजरात में जहरीली शराब त्रासदी को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया और कहा कि इस ‘शुष्क’ राज्य में जो लोग शराब बेच रहे हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने इस बात की जांच की भी मांग की कि जहरीली शराब की बिक्री से मिलने वाले पैसे ‘कहां जाते हैं।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुजरात में शराबबंदी के बाद भी भारी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती है। ये कौन लोग हैं जो शराब बेचते हैं? उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। (शराब की बिक्री से जो) पैसे आते हैं, वे कहां जाते हैं। इसकी जांच की जरूरत है।’’ आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल सोमवार को गुजरात के पोरबंदर हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां से वह सोमनाथ गए।

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