ट्रांस हिंडन। बरेली से गाजियाबाद में खपाने के लिए लाई गई 1.20 करोड़ रुपये की हेरोइन की खेप अपराध शाखा ने पकड़ी है। पुलिस ने तीन आरोपी भी एक एसयूवी कार समेत हिंडन एयरफोर्स स्टेशन गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किए हैं।
अपराध शाखा प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी के मुताबिक गिरोह के तस्कर बरेली के रहने वाले तैयब खां, शहजाद खान और सैफ को गिरफ्तार किया है। बरामद गाड़ी गिरोह सरगना मोहम्मद आतिफ की है। पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आतिफ भी माल की डिलीवरी देने गाजियाबाद आया था लेकिन पुलिस को देख वह मौके से अपनी गाड़ी में फरार हो गया। उसके साथ एक अन्य तस्कर मोहम्मद सोबी भी फरार हुआ है। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि उन्हें एक करोड़ 20 लाख रुपये की हेरोइन साहिबाबाद, विजयनगर, कौशांबी और इंदिरापुरम में सप्लाई करनी थी। गिरोह का सरगना मोहम्मद आतिफ गिरफ्तार सैफ का भाई है। वही, हेरोइन सप्लाई करने के लिए सदस्यों को दिन, समय, जगह और गाड़ी मुहैया कराता था। अगले कुछ दिनों में इन तीनों को हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली और अन्य राज्यों में हेरोइन की खेप पहुंचानी थी लेकिन गाजियाबाद में गिरफ्तारी से इनकी योजना विफल हो गई।
पुलिस का कहना है कि आरोपी करीब सवा करोड़ रुपये की हेरोइन लेकर गाजियाबाद आए। यह माल साहिबाबाद, इंदिरापुरम और वैशाली में दिया जाना था। जिन लोगों को माल दिया जाता वह इस माल को कहां बेचते यह अभी पुलिस के लिए भी पहेली है। अपराध शाखा प्रभारी का कहना है कि गाजियाबाद में माल रिसीव करने वाले पकड़ में आने के बाद पता चलेगा कि यहां किन इलाकों में इस माल की खपत की जाती। इसके अलावा कालेजों में तो इस माल की डिलीवरी नहीं होती इसका भी पता लगाना बाकी है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी माल की डिलवरी करने से पूर्व अपने मोबाइल बंद कर लेते थे। बरेली से चलने से पहले मोबाइल बंद करने के बाद पूरे रास्ते और माल देने के समय भी मोबाइल बंद ही रहते थे। वापस बरेली आने के बाद मोबाइल चालू करते थे। जिससे पुलिस के सर्विलांस पर आने से बच सकें। इस नियम का गिरोह के सभी सदस्य सख्ती से पालन करते थे।