कन्हैया लाल अमर रहें…नारों के बीच हुआ अंतिम संस्कार, गृहमंत्रालय ने दिए एनआईए जांच का आदेश

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर हत्याकांड में जान गंवाने वाले दर्जी कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में लोग जुटे। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार का इंतजाम किया गया। इस दौरान ‘कन्हैया अमर रहें’ के नारे लगे। पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी हुई। वहीं गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को हत्याकांड की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि इस हत्याकांड में किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय लिंक की गहन जांच की जाएगी।

मंगलवार की दोपहर टेलर कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर निर्मम हत्या की गई थी। आरोपियों ने इस वारदात का वीडियो भी बनाया और प्रधानमंत्री मोदी को भी धमकी दी। कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उनकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल दिखा। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, ‘आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा।’

पोस्टमार्टम के बाद कन्हैयालाल के पार्थिव शरीर को परिजन घर के लिए रवाना हुए। अंतिम संस्कार को लेकर परिजनों और पुलिस में विवाद हो गया। पुलिस ने परिवार को घर के पास ही अंतिम संस्कार करने को कहा लेकिन परिवार और समाज के लोग अशोक नगर श्मशान में अंतिम संस्कार की मांग पर अड़ गए। जिसके बाद पुलिस ने अशोक नगर श्मशान घाट पर अंत्येष्टी की मंजूरी दे दी।

वहीं प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने उदयपुर के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाही मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक को घटना को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए था और इसमें उनको स्वयं को शामिल होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि केवल किसी पुलिसकर्मी को निलंबित कर पुलिस इस समस्या का समाधान नहीं कर सकेगी। उदयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि कन्हैया लाल के पुलिस से बार-बार सुरक्षा की मांग करने के बावजूद उसे सुरक्षा नहीं दी गई और इसमें पुलिस के बड़े अफसर से लेकर के सब जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो इसमें पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदार बनाएं।

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