अग्निपथ पर विवाद के बीच बोले पीएम मोदी, कुछ सुधार शुरुआत में खराब लगते हैं पर होता है फायदा

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बेंगलूर। देशभर में सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना के विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार इसे लेकर बयान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बिना योजना का नाम लिए कहा है कि उनकी सरकार ने पिछले आठ सालों में स्पेस और डिफेंस सेक्टर को युवाओं के लिए खोल दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ फैसले और सुधार भले ही शुरुआत में खराब लगते हैं लेकिन लंबे वक्त में उनसे देश को फायदा होता है।

कर्नाटक दौर पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेंगलुरु में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उनके साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी मौजूद रहे। राज्य में करीब 27,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु की विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिन कामों को 40 साल पहले पूरा हो जाना था, वे आज तक लंबित हैं और अब ये मेरे हिस्से आए हैं। आप लोगों ने मुझे मौका दिया है और अब मैं समय गंवाना नहीं चाहता हूं। उन्होंने कहा कि जब आसपास के इलाके रैपिड रेल से जुड़ जाएंगे तो उससे बेंगलुरु में जाम समेत तमाम समस्याएं खत्म हो जाएंगी। इसके अलावा नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवेज का हमने जो शिलान्यास किया है, उनके निर्माण के बाद बड़ी संख्या में गाड़ियों को बेंगलुरु आना ही नहीं पड़ेगा। इससे सफर भी आसान होगा और बेंगलुरु की व्यवस्था भी बेहतर होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सुधारों का रास्ता ही हमें नए लक्ष्यों और नए संकल्पों की ओर ले जाता है।पीएम मोदी ने कहा कि हमने स्पेस और डिफेंस जैसे हर एक सेक्टर को युवाओं के लिए खोल दिया है जिनमें दशकों तक सिर्फ सरकार का एकाधिकार था। आज हम ड्रोन से लेकर एयरक्राफ्ट तक हर तरह की टेक्नोलॉजी में भारत के युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम युवाओं से अपील करते हैं कि सरकार ने जो वर्ल्ड क्लास सुविधाएं बनाईं हैं उनमें अपने आइडिया और विजन को टेस्ट करें।

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार देश के युवाओं को हर जरूरी प्लेटफॉर्म दे रही हैं और इनमें देश का युवा मेहनत भी कर रहा है। सरकारी कंपनियों भी देश के युवाओं की ओर से बनाई गईं कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगी, तभी हम दुनिया के साथ कंपीट कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उपक्रम चाहे सरकारी और या फिर प्राइवेट दोनों ही देश की धरोहर हैं।

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