आम नागरिकों के निकलने के लिए सुरक्षित कोरिडोर पर यूक्रेन-रूस की सहमति

कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अबतक सैकड़ों लोगों की जान ले चुका है। युद्ध के बीच यूक्रेन में लाखों लोग फंसे हैं। अलग-अलग देशों के भी कई नागरिक यहां फंसे हैं और वह यहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हर तरफ बमबारी के चलते यह काफी मुश्किल है। इस बीच यूक्रेन और रूस इस बात को लेकर राजी हो गए हैं कि आम नागरिकों को यहां से निकालने के लिए एक सुरक्षित रास्ता मुहैया कराया जाएगा और यहां पर सीज फायर का पालन किया जाएगा। यही नहीं आम नागरिकों को निकलने में मदद भी मुहैया कराई जाएगी।

यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच हजारों भारतीय नागरिक भी यहां फंसे हैं। भारतीय नागरिकों को यहां से निकलने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इस सेफे पैसेज के जरिए भारतीय नागरिकों के साथ दूसरे देश के नागरिक और यूक्रेन के आम नागरिकों को भी इस सुरक्षित कोरिडोर से बाहर निकलने में आसानी होगी।

इस बीच यूक्रेन के नागरिक जो अमेरिका में हैं उन्हें देश में रहने की इजाजत दे दी है। इन लोगों को स्पेशल नॉन इमिग्रेशन श्रेणी में रखा गया है। यूक्रेन के नागरिकों जो 1 मार्च 2022 से अमेरिका में रहे हैं उन्हें अस्थायी सुरक्षित स्टेटस दिया जाता है।

वहीं यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच सऊदी अरब ने बड़ी पहल की है। सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रूस और यूक्रेन के नेताओं को प्रस्ताव दिया है कि वो दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। क्राउन प्रिंस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अलग-अलग फोन पर बात की है, इस दौरान उन्होंने दोनों के बीच चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए राजनीतिक समाधान में मदद करने की पेशकश दी। जेलेंस्की से प्रिंस ने कहा कि सऊदी यूक्रेन के लोगों के टूरिस्ट वीजा की अवधि को तीन महीने और बढ़ाएगा जिनका वीजा खत्म हो रहा है।

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