गाजियाबाद: पूर्व सभासद के पति की गोली मारकर हत्या

गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थानाक्षेत्र की जवाहर नगर कॉलोनी में शुक्रवार सुबह घर में सो रहे पूर्व सभासद पति की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनका खून से लथपथ शव घर में प्रथम तल के एक कमरे में चारपाई पर पड़ा मिला। बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए, लेकिन दूसरी मंजिल पर सो रहे परिवार के अन्य सदस्यों को वारदात की भनक तक नहीं लग सकी।

मूलरूप से लुहारी जिला बागपत के रहने वाल करण चौधरी लंबे समय से पूर्वी जवाहर नगर कालोनी में परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में पत्नी विमलेश, बेटे शेर सिंह, वीशु, चीनू बेटी आरती, पूजा और नीरज हैं। वर्ष 2007 में उनकी पत्नी विमलेश (बिल्लो) चुनाव लड़कर सभासद चयनित हुई थीं। घर से चंद कदमों की दूरी पर उनका एक अन्य प्लाट है, जहां वह गाय-भैंस पालते हैं। शुक्रवार सुबह छह बजे विमलेश और चीनू पशुओं को चारा डालने व दूध निकालने प्लाट पर चले गए। करीब साढ़े सात बजे वह घर पहुंचे तो घर का दरवाजा खुला था। करण चौधरी का लहूलुहान शव चारपाई पर पड़ा था।  पति को मृत देख विमलेश की चीख निकल गई। शोर-शराबा सुनकर परिवार के अन्य सदस्य भी वहां आ गए। उन्होंने आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

एसपी ग्रामीण डा. ईरज राजा ने बताया कि मृतक करण चौधरी के बेटे शेरसिंह ने अपने मामा जितेन्द्र उर्फ मिंटू, उसकी पत्नी और उसके तीनों बेटों समेत अन्य के खिलाफ तहरीर दी है। पीडि़त ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ माह पूर्व आरोपी की एक बेटी किसी युवक के साथ घर से फरार हो गई थी। युवती ने अपने प्रेमी के साथ कोर्ट मैरिज कर ली। जितेन्द्र की लडक़ी ने जिस युवक के साथ कोर्ट मैरिज की उसका पूर्व में मृतक के घर आना.जाना था। जिसकी वजह से आरोपी जितेन्द्र को लगता था कि मृतक के परिवार वालों ने ही उनकी बेटी को घर से भागने में मदद की है। इसी बात को लेकर जितेन्द्र और उसका परिवार करण चौधरी व उनके परिवार से खुन्नस मानता था।

लोनी की निर्दलीय प्रत्याशी रंजीता को चुनाव लड़ा रहे थे
करण सिंह चौधरी पूर्व सभासद पति होने के चलते अपने इलाके में काफी चर्चित व्यक्ति थे। लोनी नगर पालिका की चेयरमैन रंजीता धामा से उनकी खासी पहचान थी। इन दिनों वह निर्दलीय के रूप में विस.चुनाव लड़ रही रंजीता धामा के प्रसार.प्रचार में जुटे हुए थे। करण की हत्या की जैसे ही रंजीता धामा को खबर मिली तो वह पीडि़त परिवार की मदद के लिए लोनी बॉर्डर थाने पहुंच गईं और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।

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