प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक: सुप्रीम कोर्ट का आदेश- रिटायर्ड जज की अगुवाई में होगी मामले की जांच

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई वाली एक समिति करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने आज की सुनवाई में जांच कमिटी का गठन कर दिया है। उसने कहा कि समिति में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के डीजी और इंटिलेजेंस ब्यूरो (IB) की पंजाब यूनिट के एडिशनल डीजी भी शामिल होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट ने केंद्र और पंजाब दोनों को अपने-अपने पैनल द्वारा जांच पर रोक लगाने के लिए कहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला पंजाब में फिरोजपुर के हुसैनीवाला स्थित शहीद स्मारक पार्क जाते वक्त एक फ्लाइओवर पर फंस गया। दरअसल, मौसम खराब होने के कारण प्रधानमंत्री को बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरकर सड़क के रास्ते हुसैनीवाला जाना था जहां बीजेपी की एक चुनावी रैली आयोजित की गई थी। लेकिन कार्यक्रम स्थल से 30 किमी पहले एक फ्लाइओवर पर किसानों के एक जत्थे ने जाम लगा दिया। इस कारण काफिले को 20 मिनट तक फ्लाइओवर पर ही रुका रहना पड़ा।

वहीँ पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में ASL रिपोर्ट में अहम खुलासा हुआ है। ASL रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 जनवरी को जब एसपीजी और पंजाब पुलिस के बीच बात हुई थी, उस समय सभी विकल्पों पर विचार किया गया था। 3 जनवरी को एक पत्र भी SPG ने पंजाब पुलिस को भेजा था, जिसमे मौसम खराब होने के चलते सभी वैकल्पिक रूट की जानकारी साझा की गई थी। वहीं पंजाब सरकार ने कहा था कि पीएम का अचानक सड़क मार्ग से जाने का प्लान बना था लेकिन पहले ही सब डिस्कस हो चुका था।

SPG द्वारा तैयार की गई ASL रिपोर्ट के पेज 23 में इस बात की जानकारी दी गई है। एएसएल मीटिंग में एडीजीपी पंजाब पुलिस इंचार्ज ऑफ सिक्योरिटी अरेंजमेंट, आईजी सीआई पंजाब, आईजीपी लुधियाना रेंज, डीआईजी फिरोजपुर, डीसी फिरोजपुर, एसएसपी फिरोजपुर के अलावा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।

रिपोर्ट में कहा गया था कि खराब मौसम होने की स्थिति में वीवीआईपी द्वारा वायुसेना स्टेशन बठिंडा से फिरोजपुर और वापस जाने के लिए सड़क मार्ग से यात्रा की जा सकती है। VVIP के लिए निर्धारित मार्ग को सभी तरह से सुरक्षित करने की आवश्यकता है। वैकल्पिक मार्गों को भी सुरक्षित किया जाना चाहिए। यह बहुत स्पष्ट है कि ASL को आगामी तारीख के दिन खराब मौसम की उम्मीद थी।

वीवीआईपी आकस्मिकता मार्ग सुरक्षा व्यवस्था का एक हिस्सा था और इसको लेकर एएसएल मीटिंग में बातचीत हुई थी।VVIP इमरजेंसी रूट को सुरक्षित करने के तरीके पर एएसएल रिपोर्ट में विस्तृत निर्देश सूचीबद्ध हैं। एसएल रिपोर्ट के पृष्ठ 24 में यह भी उल्लेख है कि ‘वैकल्पिक मार्ग की भी पहचान की जाएगी और इसका पूर्वाभ्यास किया जाएगा।

पेज 24 में आगे उल्लेख है कि ‘रास्ते में कुछ गांव भी हैं, मार्ग पर भीड़ होने की संभावना है, इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के उचित उपाय किए जाने चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संवेदनशील स्थानों पर रस्सियों के साथ पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जा सकता है। पृष्ठ 24 के नीचे फिर से उल्लेख किया गया है कि ‘खराब मौसम की स्थिति में संभावना है कि बठिंडा से फिरोजपुर तक सड़क की आवाजाही हो सकती है इसलिए बीच रास्ते में आने वाले सभी थानों को अलर्ट किया जाए।

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