गाजियाबाद। गाजियाबाद में पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले एक गिरोह पर बड़ा एक्शन लेते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना के आधार पर दबिश दी और नकली नोट बनाने वालों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ये गिरोह काफी समय से नकली नोट बनाने का काम कर रहा था और फिर बाजार में उसका सप्लाई करता था।
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना आजाद और उसके साथी आलम, रहबर, फुरकान, अब्बासी, यूनुस, सोनी और अमन हैं। बिल्कुल असली से दिखने वाले इन नोटों की वजह से इस धंधे की किसी को भनक तक नहीं लगी। इस ग्रुप में सभी के काम अलग अलग बंटे हुए थे, कोई नोट छापता था तो कोई सिक्योंरिटी मेजर लगाने का काम करता था। इसके बाद ये लोग 100 से 2000 तक के नोट मार्केट में उतार देते थे।
इस मामले की जानकारी देते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक आकाश पटेल ने बताया कि ये गिरोह मई 2021 से नकली नोट छापने का काम कर रहा था इस गिरोह में 7 लोग शामिल थे और ये अपने घरों पर ही नकली नोट बनाने का काम करते थे। एएसपी ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर उन्होंने दबिश दी जिसके बाद मौके से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया और फिर उनकी निशानदेही पर बाकी लोगों की गिरफ्तारी हुई।
एएसपी ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया का मास्टर माइंड आरोपी आजाद है जिसके दिमाग में ये खयाल आया था जिसके बाद उसने यूट्यूब से नकली नोट बनाने का तरीका सीखा। यह गैंग 17 लाख के जाली नोट यह छाप चुका है। अब तक इन्होंने बाजार में 11 लाख रुपए के नकली नोट बांट दिए हैं।
इनके कब्जे से पुलिस ने 6 लाख 59 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं इनमे भारतीय मुद्रा के 2000 रुपए, 500 रुपए, 200 रुपए और 100 रुपए के जाली नोट हैं। इसके साथ 2 नोट छापने वाले प्रिंटर, 3 नोट कटर और नकली नोट बनाने वाला काफी सामान बरामद किया गया है। पुलिस अभी इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इनके तार किसी विदेशी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं।