गाजियाबाद के युवक ने की आत्महत्या तो फ्लिपकार्ट कंपनी के अधिकारियों पर दर्ज हुआ केस, जानिए पूरा मामला

गाजियाबाद। गाजियाबाद में फ्लिपकार्ट कंपनी के निदेशक और एरिया मैनेजर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है है। यह मामला फ्लिपकॉर्ट से मंगाए जहर को खाकर युवक की आत्हैमहत्या का है। कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई एफआईआर में मसूरी थाना पुलिस ने गैर इरादतन हत्या और साजिश रचने की धारा लगाई है।

मसूरी के खांचा रोड निवासी अब्दुल वाहिद (24 वर्ष) कैब चलाता था। कोरोना कर्फ्यू में उसकी कमाई बहुत कम रह गई थी। इससे वह तनाव में चल रहा था। उसने 25 सितंबर 2021 को ऑनलाइन जहर, कीटनाशक मंगाकर खा लिया। दम तोड़ने से पहले उसन बताया कि जहर ऑनलाइन मंगाया था। इसका रैपर कैब में मिला था। उसकी हालत बिगड़ने पर उसे सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया था। वहां उसकी मौत हो गई थी।

अब्दुल वाहिद के भाई शाहिद ने कोर्ट में अर्जी लगाई कि उनके बड़े भाई अब्दुल वाहिद कैब चालक थे।10 सितंबर को 2021 को उन्होंने फ्लिपकार्ट से आर्डर कर 199 रुपये में सल्फास खरीदा था। 18 सितंबर को उन्हें सल्फास की डिलीवरी मिली थी। 24 सितंबर को अब्दुल वाहिद ने सल्फास खा लिया। उपचार के दौरान अगले दिन 25 सितंबर को उनकी मौत हो गई थी।

अब्दुल वाहिद की मौत की सूचना पाकर शोक जताने आ रहे मामा इंतजार की उसी दिन सड़क हादसे में मौत हो गई थी। स्वजन ने फ्लिपकार्ट कंपनी पर खुलेआम जहर बेचने का आरोप लगाते हुए मसूरी थाने में तहरीर दी थी। शाहिद का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

कोर्ट ने मसूरी पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। मसूरी पुलिस ने आदेश का पालन करते हुए रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मसूरी थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर फ्लिपकार्ट के निदेशक प्रवीन प्रसाद और एरिया मैनेजर अनुभव शर्मा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और साजिश रचने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की विवेचना की जा रही है।

मसूरी पुलिस ने आनलाइन सल्फास बेचने के मामले में कोर्ट के आदेश पर फ्लिपकार्ट कंपनी के निदेशक और एरिया मैनेजर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। इस संबंध सल्फास खाकर जान देने वाले मसूरी निवासी कैब चालक के भाई ने कोर्ट में अर्जी लगाई थी। उसमें फ्लिपकार्ट कंपनी के अधिकारियों पर खुलेआम जहर बेचने का आरोप लगाया था। पुलिस का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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